विंडोज एक्सप्लोरर, विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम का एक ग्राफिकल यूजर इंटरफ़ेस (GUI) सिस्टम प्रोग्राम है, इसके मदद से आप फाइल्स (Files) और फ़ोल्डर्स (Folders) को व्यवस्थित (arrange) कर सकते है|
विंडोज एक्सप्लोरर को खोलना-
नोट- आप कीबोर्ड से, विंडोज की+E (+E) दबाकर भी विंडोज एक्सप्लोरर को खोल सकते है|
विंडोज एक्सप्लोरर के अवयव:-
1. एड्रेस बार- एड्रेस बार विंडोज के सबसे ऊपर होता है| यह विंडोज एक्सप्लोरर में आपके कंप्यूटर फाइल्स और फोल्डरों की स्थिति बताता है| फाइल्स और फोल्डरों के पाथ (path) को दर्शाने के लिए यहाँ (तीर का चिन्ह) प्रयोग होता है| एड्रेस बार के मदद से आप एड्रेस बार में दिख रहे लोकेशन को क्लिक करके या इसमें नए लोकेशन को चुन के अन्य लोकेशन में मूव कर सकते है|
2. टूलबार- विंडोज एक्सप्लोरर में टूलबार कमांड्स बटन्स के रूप में होते है, जो फाइल्स और फ़ोल्डर्स को अनेक प्रकार से मैनेज करने के लिए किया जाता है| टूलबार में कमांड्स बटन्स आपके करंट लोकेशन के अनुसार डिस्प्ले होता है|
जैसे- यदि आप विंडोज एक्सप्लोरर में कंप्यूटर (Computer) लोकेशन को चुना है तब या निम्न रूप में डिस्प्ले होगा|
यदि आप हार्ड डिस्क को लोकेशन के रूप में चुना है तो टूलबार निम्न रूप में डिस्प्ले होगा|
3. सर्च बॉक्स- सर्च बॉक्स के मदद से आप अपने कंप्यूटर के कोई भी लोकेशन में मौजूद फाइल्स या फोल्डर को बहुत ही तेजी में खोज सकते है| यह सुविधा इंस्टेंट सर्च (Instead Search) के रूप में भी जाना जाता है| जब आप सर्च बॉक्स में किसी फाइल या फोल्डर के नाम को टाइप करना शुरू करते है, तो सर्च किया गया रिजल्ट मिलती-जुलती फाइल्स या फ़ोल्डर्स के रूप में कंटेंट पैन में दिखाया जाता है|
4. नेविगेशन पैन- नेविगेशन पैन विंडोज एक्सप्लोरर में बाएँ और स्थित होता है| इसके मदद से आप अपने कंप्यूटर में विभिन्न स्थानों में मौजूद फाइल्स और फ़ोल्डर्स को आसानी से खोज और प्रयोग कर सकते है| नेविगेशन पैन के प्रयोग से आप फाइल्स और फोल्डर को एक जगह से दुसरे जगह मूव या कॉपी कर सकते है, फाइल और फोल्डर के नाम को बदल सकते है, उसे मिटा सकते है या उसके बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते है|
6. कंटेंट पैन- कंटेंट पैन कर्रेंट चुने गये लोकेशन के कंटेंट को दर्शाता है|
5. डिटेल्स पैन- डिटेल्स पैन आपके द्वारा चुनें गये फाइल या फोल्डर के बारे में विस्तृत सुचना प्रदान करता है, जैसे- फाइल का फॉर्मेट, फाइल या फोल्डर को बनाने की तारीख, फाइल का आकार इत्यादि|